‘प्रवीण’ कोन था जिसपर पर गहराया शक और इसका क्या रिसता था चेतन प्रकाश की पत्नी के साथ , भाग 2

फोन एक्टिविटी से बड़ा सुराग : यह भी हो सकता है कि घटना को अंजाम देने के बाद इन्हें यहां पर लाकर फेंक दिया गया हो। पुलिस की निगाह एक और चीज पर पड़ती है। जब यह लोग चेतन प्रकाश के फोन की एक्टिविटी चेक कर रहे थे, 14 फरवरी की रात 8:30 बजे तक इन्हें साले साहब ने ढूंढकर अस्पताल भिजवा दिया था, पर उस समय चेतन के पास उनका कोई भी फोन नहीं था। बल्कि पुलिस को एक्टिविटी जां

चेतन प्रकाश की पत्नी और मुह बोला भाई प्रवीण
चेतन प्रकाश की पत्नी और मुह बोला भाई प्रवीण

च में मिला कि तब भी मोबाइल फोन एक्टिव था और काफी समय बाद जाकर स्विच ऑफ हुआ।

भाग १ https://manojkanwar.com/आईबी-ऑफिसर-चेतन-प्रकाश-गल/

यानी जिसने भी घटना को अंजाम दिया, चेतन का फोन उसके पास रहा होगा। उसी ने शायद अनीता को मैसेज किया था ताकि परिवार घबराकर पुलिस को ना बता दे कि अभी तक घर नहीं पहुंचे हैं। पुलिस की टीम्स रामगंज मंडी, रलायता, और झालावाड़ रेलवे स्टेशन और इसके अलावा भी जहां-जहां पर चेतन प्रकाश गए थे, वहां-वहां जाकर छानबीन करते हैं।रेलवे क्रॉसिंग के पास तलाशी ली गई। शायद कोई सुराग मिल जाए, लेकिन कुछ नहीं मिल रहा था।

 

👨‍👩‍👧 पारिवारिक पृष्ठभूमि :

चेतन प्रकाश की लाइफ और फैमिली बैकग्राउंड के बारे में बात करें तो उनकी शादी अनीता से 21 जनवरी 2011 को हुई थी। यह अरेंज मैरिज थी। लेकिन शादी सबकी मर्जी से हुई। उस समय अनीता सेकंड ग्रेड की सरकारी टीचर थी। झालावाड़ में ही। 2008 में इनका सिलेक्शन हुआ था थर्ड ग्रेड की पोस्ट पर।

फिर बाद में इनका प्रमोशन होकर सेकंड ग्रेड में हुआ। जब इनकी शादी हो गई तो उसके करीब 6 महीने के बाद चेतन प्रकाश की भी आईबी में जॉइनिंग हो जाती है और पोस्टिंग दिल्ली में हुई। 2012 में इनका बड़ा बेटा होता है। पहली संतान पाकर परिवार खुश था। वैसे उस वक्त अनीता अपने मायके में रहा करती थी क्योंकि वहां से स्कूल करीब में था।

जब यह असनावर स्कूल में पोस्टेड थी, तो वहां दिसंबर 2014 में एक नई महिला टीचर की भी नियुक्ति होती है। वह भी मैरिड थी। कभी-कभी उनके पति स्कूल में ड्रॉप करने के लिए और छुट्टी होने के बाद पिक करने के लिए आते रहते थे। उनके पति का नाम था प्रवीण राठौड़। यह झालावाड़ पुलिस की गोपनीय शाखा में कार्यरत थे। अपनी पत्नी को स्कूल छोड़ने और लेने के दौरान इनकी मुलाकात होती है।अनीता मीणा से।

👫 अनीता और प्रवीण की पुरानी पहचान:

जब अनीता ने इनको पहली बार स्कूल में देखा तो इनकी पुरानी यादें ताजा हो गईं। यह बचपन से ही प्रवीण को जानती थी। लगभग क्लास सातवीं से दोनों पड़ोसी हुआ करते थे, लेकिन धीरे-धीरे दोनों अलग हो गए और अपने-अपने रास्ते चले गए। प्रवीण राठौर झालावाड़ में ही मंगलपुरा रोड के पास रहता था। बचपन में खेलने-कूदने के दौरान और स्कूल आने-जाने

के दौरान दोनों में जान-पहचान हुई थी।

लेकिन जब यह बड़े हो गए तो अपने-अपने रास्ते चले गए। पर अब कई सालों के बाद फिर से इनकी मुलाकात होती है। साल 2015 में जब रक्षाबंधन का त्यौहार था तो अनीता ने प्रवीण को घर पर बुलाया। उस समय चेतन प्रकाश भी यहीं पर मौजूद थे। अनीता अपने पति को प्रवीण से मिलवाती है और पुरानी यादों के बारे में बताती है।

इसके बाद अनीता ने प्रवीण को राखी बांध दी। दोनों एक दूसरे को मुंह बोले भाई-बहन मानते थे। जून 2017 में अनीता और चेतन ने मिलकर जो हाउसिंग बोर्ड में घर खरीदा था, वह प्रवीण ने ही दिलवाया था। उसने ब्रोकर का काम किया था। वह घर पति-पत्नी ने ₹35 लाख में खरीदा। इसमें से ₹1 लाख प्रवीण लेता है ब्रोकर के रूप में। वह कभी-कभी प्रवीण अपनी मुंह बोली बहन से मिलने के लिए भांजे को देखने के लिए आता रहता था।

📞 कॉल डिटेल्स से खुलासा

इधर करंट टाइम की बात करें तो पुलिस चेतन प्रकाश के करीबी लोगों के बारे में भी जानकारी जुटा रही थी। उनके कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स, फोन का बाकी डाटा सब कुछ एग्जामिन किया जा रहा था। इसमें अनीता का भी मोबाइल था, लेकिन उसके फोन में कुछ भी नहीं मिलता है। कुछ भी नहीं का मतलब कुछ भी नहीं। कोई भी डाटा नहीं था जैसे पूरे मोबाइल को क्लीन किया गया हो। फॉर्मेट करके सारा डाटा इरेस किया गया हो।

पर ऐसा अनीता

क्यों करेगी? खैर, पुलिस टेक्निकल एक्सपर्ट से डाटा रिट्रीव करवाती है। इसमें पता चला कि अनीता की अपने मुंह बोले भाई प्रवीण से काफी ज्यादा कॉल पर बातचीत होती थी। चेतन के साथ हुई उस घटना वाले दिन भी अनीता ने प्रवीण से काफी बात किया था। पर आखिर उस दिन ऐसा क्या इंपॉर्टेंट था जो इतनी बार कॉल आए गए? हालांकि इसके पहले भी बात होती रहती थी। पुलिस को कुछ WhatsApp मैसेजेस मिलते हैं।जो अनीता और उसके पति चेतन के थे।

💔 पति-पत्नी में तनाव

इसमें दोनों किसी बात को लेकर झगड़ा करते नजर आए। पति-पत्नी के बीच किस बात का तनाव था? इसके बारे में पुलिस चेतन प्रकाश के परिजनों से पूछती है। वे बताते हैं कि पिछले कई महीनों से अनीता और चेतन के रिश्ते ठीक नहीं थे। आए दिन झगड़े होते। उन झगड़ों की वजह थी प्रवीण। चेतन को प्रवीण का घर पर आना पसंद नहीं था।

ससुराल के लोग भी जब फ्लैट में जाते थे तो प्रवीण वहां मौजूद होता था। इन्होंने भी उसको कई बार कहा कि ऐसे यहां पर मत आया करो। जब चेतन प्रकाश घर पर हो तभी आओ। भले एक दूसरे को भाई-बहन मानते हो, लेकिन ऐसे आना ठीक नहीं है। लेकिन प्रवीण मानता नहीं था। वह अक्सर ही अनीता से मिलने के लिए फ्लैट में आता।

🚨 पुलिस की जांच

अब इन्वेस्टिगेशन करने वाली पुलिस ने सोचा कि एक बार प्रवीण से बात करनी चाहिए। शायद उसको कुछ चेतन के बारे में पता हो। अभी तक प्रवीण राठौर एसीबी यानी एंटी करप्शन ब्यूरो में कास्टेबल बन चुका था। यह झालावाड़ में पोस्टेड था। इन्वेस्टिगेशन करते-करते कई हफ्ते बीत चुके थे। अप्रैल में एफआईआर दर्ज हुई। अब जून का महीना आ गया। पुलिस की टीम प्रवीण के घर पर पहुंची। घरवाले बताते हैं कि बेटा तो 14 जून को ही शहर से बाहर चला गया था।

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