
पार्टी, रहस्य और अनसुलझा सच – क्यों नहीं सुलझ सका यह केस?
यह कहानी पुणे की एक 19 साल की लड़की सनम हसन की है, जिसकी मौत ने सबको हिलाकर रख दिया। यह केस इतने रहस्यों से भरा है कि पुलिस और सीबीआई भी इसे सुलझा नहीं पाई।
सनम हसन पुणे में रहकर फैशन डिजाइनिंग की पढ़ाई कर रही थी। वह सेकंड ईयर की स्टूडेंट थी। उसका परिवार मुंबई में रहता था—माता-पिता और एक बड़ा भाई। परिवार के पास पैसे की कोई कमी नहीं थी, लेकिन सनम अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती थी। इसलिए वह मुंबई से पुणे आई थी। वह पढ़ाई के साथ-साथ फिनिक्स कॉम्प्लेक्स के एल्डो शोरूम में पार्ट-टाइम जॉब करती थी। सनम हसन एक बेहतरीन फुटबॉल प्लेयर भी थी। कॉलेज और शोरूम में उसके कई दोस्त थे। माता-पिता उससे खुश थे और अक्सर पुणे मिलने आते थे।
2 अक्टूबर 2012 को सनम का जन्मदिन था। उसके माता-पिता मुंबई से पुणे आए। दिनभर वे साथ घूमे, होटल में खाना खाया। सनम हसन ने बताया कि उसके शोरूम के सहकर्मी मोहनीश विजय ने रात को उसके लिए बर्थडे पार्टी रखी है। माता-पिता और भाई होटल में रुके, जबकि सनम हसन दोस्तों के साथ पार्टी के लिए चली गई। पार्टी होटल से 8 किमी दूर एक दोस्त के फ्लैट में थी।
3 अक्टूबर 2012 को सुबह मोहनीश ने सनम के पिता को फोन किया और कहा कि सनम की हालत खराब है, जल्दी अस्पताल आएं। माता-पिता दौड़कर अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां पता चला कि सनम की मौत हो चुकी है। कल तक हंसती-खेलती बेटी के चले जाने से परिवार सदमे में था। पुलिस आई और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
“पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से लेकर सीबीआई जांच तक, हर सुराग बना पहेली”
पोस्टमॉर्टम में पता चला कि सनम के शरीर में बहुत ज्यादा शराब थी, जिससे हार्ट अटैक हुआ। उसके शरीर से सीमेन सैंपल भी मिले, यानी मृत्यु से पहले उसके साथ संबंध बनाए गए थे। यह सहमति से था या जबरदस्ती, यह स्पष्ट नहीं था। सबसे चौंकाने वाली बात थी कि सनम के शरीर में पुरुष का दिल पाया गया। डॉक्टरों ने हार्ट के प्रोटीन से पाया कि यह किसी पुरुष का था, लेकिन सनम हसन की कोई हार्ट सर्जरी नहीं हुई थी। यह रहस्य केस को और पेचीदा बना गया।

पुलिस जांच: 17 दोस्तों से पूछताछ लेकिन कोई सुराग नहीं
पुलिस ने उन 17 लोगों से पूछताछ की जो पार्टी में थे—कॉलेज और शोरूम के दोस्त। सभी के डीएनए सैंपल लिए गए, लेकिन सनम हसन के शरीर से मिले सीमेन से किसी का डीएनए मैच नहीं हुआ, न ही मोहनीश का। मोहनीश ने बताया कि पार्टी में सनम हसन को थोड़ी शराब दी गई, जो बाद में ज्यादा हो गई। उसे उल्टी हुई, तो उसे कमरे में सुलाया गया। सुबह वह मृत पाई गई। पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला।
हार्ट बदलने का रहस्य
2014 में सनम के माता-पिता के कहने पर केस सीबीआई को सौंपा गया। सीबीआई ने 17 लोगों से फिर पूछताछ की और डीएनए सैंपल की गहराई से जांच की, लेकिन कुछ नहीं मिला। हार्ट के रहस्य की जांच में पता चला कि जिस दिन सनम हसन का पोस्टमॉर्टम हुआ, उसी दिन चार अन्य शवों का भी पोस्टमॉर्टम हुआ था। नियम के मुताबिक वीडियोग्राफी जरूरी थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सीबीआई ने अंदाजा लगाया कि मेडिकल स्टाफ की गलती से हार्ट्स की अदला-बदली हुई, जिससे पुरुष का हार्ट सनम हसन की रिपोर्ट में दर्ज हो गया। लेकिन इसका कोई ठोस सबूत नहीं मिला।
2016 में सीबीआई ने कोर्ट से सनम हसन की कब्र खोदने की इजाजत मांगी। शव से नए डीएनए सैंपल लिए गए, लेकिन फिर भी कोई सुराग नहीं मिला। सनम हसन के माता-पिता का कहना था कि वह फिट थी, शराब नहीं पीती थी। उनका मानना था कि पार्टी में उसे जबरदस्ती शराब पिलाई गई, दुष्कर्म हुआ और हत्या की गई। सीबीआई ने दुश्मनी, प्यार, जलन—हर एंगल से जांच की। 17 लोगों की पृष्ठभूमि, पड़ोसियों, कॉलेज स्टाफ—सबसे पूछताछ हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
“सीबीआई और पुलिस भी रह गईं खाली हाथ
यह केस भारतीय अपराध इतिहास के उन चंद मामलों में शामिल है जो सुलझने के बावजूद अनसुलझे रह गए। कोई ठोस सबूत न मिलने से किसी को दोषी नहीं ठहराया जा सका। यह हत्या थी या प्राकृतिक मौत, इसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला। यह कहानी हमें सिखाती है कि बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें। उनके दोस्त, माहौल, और गतिविधियों को जानें। बच्चों से ऐसा रिश्ता बनाएं कि वे बिना डर के सब कुछ शेयर करें।