
अनीता की साजिश :अब पुलिस अस्पताल में चेतन का स्टेटमेंट लेने के लिए आती है। प्रवीण भी यहां पर था। इसने रिपोर्ट में लिखा कि रास्ते में जानवर आ गया था जिससे इन्होंने अपना बैलेंस खो दिया, जबकि पीछे से तो ट्रक आया था। प्रवीण ने चेतन को समझाया कि अगर ट्रक की बात आई तो स्कूटी के डैमेज का क्लेम नहीं मिल पाएगा। रिपेयर कराने में खुद के पैसे जाएंगे, जबकि यह प्रवीण की साजिश थी।
- वारदात कैसे हुई अंजाम?
अगर सच दिखा तो पुलिस इन्वेस्टिगेशन करेगी। शाकिर को पकड़ेगी। फिर भांडा फूट जाएगा। जानबूझकर 5 जनवरी की रिपोर्ट भी 12 जनवरी को सबमिट की गई, जब चेतन दिल्ली में था। तब भी प्रवीण और शाहरुख ने वहां पर बदमाश भेजे। लेकिन फिर हुआ कि हाई सिक्योरिटी वाली जगह है। सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। पकड़े जा सकते हैं। ऊपर से घटना भी ऐसे अंजाम देना था ताकि यह नेचुरल लगे, साजिश ना लगे। ऐसे ही यह लोग पांच से सात बार प्रयास करते हैं।
अंत में उस केमिकल का इस्तेमाल किया जिसे प्रवीण ने संतोष से लिया था। 14 फरवरी को फिर से चेतन झालावाड़ आने वाला था। अब इन्होंने अच्छे से प्लानिंग की। कोई गड़बड़ नहीं होनी चाहिए। जब चेतन रामगंज मंडी गया अपने माता-पिता से मिलने के लिए, तो इधर से प्रिंस शाहरुख को बाइक से सुकेत छोड़ देता है। यहां से शाहरुख ने चेतन के घर से ही पीछा करना शुरू कर दिया।
ट्रेन में भी पीछा कर रहा था।इधर झालावाड़ रेलवे स्टेशन के पास फोर्ड फिगो कार में प्रवीण, फरहान और प्रिंस वेट कर रहे थे। चेतन ट्रेन से यहां पर आता है और पैदल ही घर पर जाने लगता है। हाउसिंग बोर्ड के सुनसान रास्ते पर प्रवीण ने तीनों साथियों की मदद से उसे जबरदस्ती कार की पिछली सीट पर बिठा लिया और चल पड़े। यह कार को आकाशवाणी के पीछे की तरफ हल्दीघाटी रोड पर ले गए। यहां पर प्रवीण और चेतन के बीच में बहसबाजी होती है।
अब इसका टॉपिक क्या था? वह था एक बच्चा। दरअसल, अनीता दोबारा से प्रेग्नेंट हुई थी। अक्टूबर 2017 में उसने एक और बच्चे को जन्म दिया। उसी बच्चे को लेकर दोनों में बहस हुई। फिर प्रवीण के इशारा करते ही उसके साथियों ने चेतन के हाथ पकड़ लिए। इसके बाद प्रवीण दो इंजेक्शन तैयार करता है और दोनों पैरों में जांघ के पास लगा देता है, जिससे चेतन बेहोश होने लगता है। फिर उसके नाक पर हाथ रखकर सांस रोकने की कोशिश करते हैं। ऐसे बिना हाथापाई, बिना मारपीट के काम को अंजाम दिया गया।
चेतन का मोबाइल प्रवीण ने ले लिया और उससे उसकी पत्नी को अनीता मैसेज किया कि ऑटो से पाटन होते हुए आ रहा हूं। यह बात सबको गुमराह करने के लिए थी। फिर रेलवे क्रॉसिंग के पास उसको फेंक देते हैं। शाहरुख ने खुलासे में बताया कि इस साजिश में फरहान, प्रिंस, संतोष, निर्मल, प्रवीण राठौड़, और इनके अलावा चेतन की पत्नी अनीता भी शामिल थी।
- 19 जून को पुलिस ने शाहरुख को उठाया था। 21 जून को ट्रक चालक शाकिर को उठाया गया। 22 जून को संतोष को पकड़ा जाता है। 24 जून को प्रिंस भी पकड़ा गया। यह आरआरटीओ में साफ-सफाई का काम करता था। इसको साजिश में जोड़ने के बाद शाहरुख दिल्ली में ₹50000 देता था और घटना के बाद ₹150000 देने लगा। वैसे इसकी उम्र 18 साल से कम थी, इसलिए इसे जुवेनाइल होम भेजा जाता है। 25 जून को अनीता को भी अरेस्ट किया गया। अनीता और प्रवीण ने दुनिया के लिए एक-दूसरे को भाई-बहन बना लिया था।अनीता और प्रवीण का छुपा रिश्ता :
- जबकि यह एक दूसरे से प्यार करते थे। ऐसा इसलिए किया था कि किसी को शक ना हो अगर यह मिले भी। 2008 में अनीता की नौकरी लगती है। प्रवीण भी पुलिस कांस्टेबल बन गया। यह दोनों अपने-अपने घरों पर एक दूसरे के बारे में बताते हैं। लेकिन इन दोनों की जाति अलग थी इसलिए परिवार नहीं माना। अनीता की शादी कहीं और करा दी गई जो चेतन था। 21 जनवरी 2011 को इधर प्रवीण की भी शादी हो जाती है।
लेकिन फिर से दोनों मिलते हैं जब प्रवीण की पत्नी की नौकरी उस स्कूल में लग गई जहां पर अनीता थी। यह बस एक इत्तेफाक था। ऐसे ही दोनों फिर से मिलते हैं। अब लगा कि इन्हें साथ होना चाहिए। अनीता के पति दिल्ली में रहते थे। कभी-कभी घर आते। उससे प्रवीण को भाई के तौर पर पहचान कराई गई ताकि वह भी शक ना करें क्योंकि उसका पति तो दिल्ली में रहता था और घर दिलवाते समय खुद भी ₹1 लाख लेता है।
प्रवीण ही कन्विंस करके अनीता और उसके पति को अलग जगह पर घर दिलवाता है ताकि अनीता वहां पर अकेली रहे, क्योंकि उसका पति तो दिल्ली में रहता था, और घर दिलवाते समय खुद भी ₹1 लाख लेता है। जब यह घर खरीदा गया, जून 2017 में, उस समय अनीता प्रेग्नेंट थी। यह बच्चा चेतन का नहीं बल्कि प्रवीण का था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह दोनों अनीता की शादी की सालगिरह के दिन, यानी 21 जनवरी 2017 को, करीब आए थे।
उसके बाद ही प्रवीण ने कहना शुरू किया कि अलग घर लेकर रहो, पर इसके लगातार घर आने से परिवार को संदेह हुआ। चेतन को शक होता है। पति-पत्नी में झगड़े शुरू हो गए। जब अनीता हॉस्पिटल में एडमिट हुई, बच्चे को जन्म देने वाली थी, तो प्रवीण उसके साथ हर समय था, जैसे कि वही बच्चे का पिता हो। जिस तरह से वह बच्चे की देखभाल करता था, उसके कपड़े बदलता था, और डायपर चेंज करता था, उससे परिवार को भी अजीब लगने लगा। उन्होंने चेतन को बताया।
यहीं से पति-पत्नी के बीच बड़ा क्लेश शुरू हो जाता है। चेतन कहने लगा कि दूसरा बेटा इसका नहीं है। उसका डीएनए जांच कराओ। इसी के बाद अनीता और प्रवीण मिलकर साजिश रचना शुरू करते हैं। इन्होंने वैलेंटाइंस डे का दिन इसलिए चुना क्योंकि प्रवीण अनीता को तोहफा देना चाहता था, उसके पति को रास्ते से हटाकर। तभी पत्नी अपने पति को बुलाती है। वैलेंटाइंस डे के दिन घर आ जाओ, साथ रहेंगे। अनीता प्रवीण को चेतन की हर जानकारी दे रही थी, कब कहां पर वह आने वाला है।
- पुलिस इन्वेस्टिगेशन और गिरफ्तारियां:18 अगस्त 2018 तक प्रवीण भी पकड़ा जाता है। किसी मुखबिर से टिप मिला था। उसके जरिए नाकाबंदी करके कार सहित इसको पकड़ा गया। फिर इसके निशानानदेही केमिकल की बोतल, इंजेक्शन सब कुछ बरामद हो जाता है। आगे पुलिस एफएसएल से उस केमिकल की भी जांच करवाती है जिसका उपयोग किया गया था। इसके बारे में शाहरुख ने बता दिया था। रिपोर्ट में पाया जाता है कि 2 सितंबर 2018 को पुलिस इन्वेस्टिगेशन कंप्लीट करके चार्ज शीट सबमिट करती है।
- कोर्ट का फैसला (मई 2025):यह केस कोर्ट में करीब 7 सालों तक चला और अब जाकर मई 2025 में इसका फैसला आया। एसएससी एसटी कोर्ट शाहरुख और प्रवीण को उम्र कैद देती है। इसके अलावा, अनीता और संतोष को 14 साल की सजा सुनाती है। साथ में एक लाख का जुर्माना भी लगाया गया। सबूतों के अभाव में फरहान बच गया क्योंकि एक की उम्र 18 साल से कम थी, तो वह 3 साल में छूट गया। हालांकि, चेतन के पिताजी इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं।
- इस केस से सबक:अब यह केस संभवतः राजस्थान हाईकोर्ट में जाएगा। दोस्तों, इस अपराध की कहानी को सुनाने का उद्देश्य किसी को दुख पहुंचाना या परेशान करना नहीं है बल्कि आपकी जागरूकता बढ़ाना है और आपको सावधान करना है। इस पूरी घटना के बारे में आपके क्या विचार हैं? कृपया कमेंट में जरूर बताएं और आप किस शहर से पढ़ रहे हैं। कृपया उस शहर का नाम भी लिखें।https://manojkanwar.com/उसको-चेतन-से-भाग-3/