IB अफसर चेतन की हत्या की साजिश: प्रवीण और शाहरुख खान की चालाकी से परत-दर-परत खुला राज” भाग ३

चेतन की पत्नी और प्रवीण
चेतन की पत्नी और प्रवीण

प्रवीण की रहस्यमयी हरकत :उसने कहा कि उसको कुछ सरकारी काम आ गया है। अजमेर जाना है। अगर उसका फोन स्विच ऑफ भी हो जाए तो चिंता मत करिएगा। जरूरी काम के चलते बंद करना पड़ सकता है। इतना कहकर वह चला गया। अब पुलिस अपनी तरफ से पता करती है, पर ऐसा कोई भी सरकारी काम नहीं था। किसी भी तरह की ड्यूटी प्रवीण को नहीं सौंपी गई थी। फिर वह क्यों जाएगा? [भाग 4] [अंत में हें ] चेतन

  • शाहरुख खान का कनेक्शन :अब पुलिस को यह समझने में देर नहीं लगती है कि प्रवीण इस घटना में शामिल हो सकता है। उसको पता चल गया होगा कि पुलिस उससे पूछताछ करने के लिए आने वाली है। तभी वह भाग गया। टेक्निकल टीम ने भी इसकी सारी कॉल डिटेल्स और बाकी इंफॉर्मेशन निकाली। इससे एक और आदमी का पता चलता है। उसका नाम था शाहरुख खान। घटना वाले दिन इसकी भी प्रवीण से काफी बातचीत हो रही थी।

लगातार यह दोनों संपर्क में थे। अब पुलिस ने इसके बारे में पता लगाया। यह आदमी झालावाड़ के तोपखाना मोहल्ले का रहने वाला था और वाहनों की खरीद-बिक्री आरटीओ एजेंट के रूप में काम करता था। 19 जून 2018 तक पुलिस इसको हिरासत में लेने में कामयाब हो जाती है। इसे थाने लाकर सख्ती से पूछताछ हुई। अब जाकर कहानी की सारी परतें खुलनी शुरू हो जाती हैं।

  • मेडिकल रिपोर्ट्स में राज़ क्यों नहीं खुला?:आखिर चेतन के साथ ऐसा क्या किया गया था कि कोई भी सुराग किसी मेडिकल रिपोर्ट में नहीं आया? यहां तक कि 4 महीने की डेट वाली एक एफएसएल रिपोर्ट 9 मई को पुलिस के पास आई थी। उसमें भी तीन अलग-अलग सैंपल्स की जांच हुई। इसमें हैवी मेटल टेस्ट, एथाइल, मिथाइल OH, एल्केलॉइड, साइनाइड, बारबीरेट, कीटनाशक, खरपतवार नाशक, ऐसे हर तरह के केमिकल्स के टेस्ट किए गए।

पर वह सब कुछ भी नेगेटिव आया था। अब शाहरुख खान पूरी कहानी पुलिस को सुनाता है। यह शुरू से अंत तक प्रवीण के साथ सहयोगी था। प्रवीण इसे दिसंबर 2017 में मिला। इसने इससे कहा कि इसकी एक बहन है। उसका पति उसे परेशान करता है, झगड़ा करता है, मारपीट करता है। उसको रास्ते से हटाना है। प्रवीण ने चेतन के असली काम के बारे में शाहरुख को नहीं बताया कि वह इंटेलिजेंस ब्यूरो में सीनियर ऑफिसर है।

  •  लाख की सुपारी और हत्या की पहली कोशिश :बस कहा कि दिल्ली में कंप्यूटर पर काम करता है। कहीं वह डर कर पीछे ना हट जाए। प्रवीण ने इसको ₹3 लाख दिए सुपारी के रूप में। यह चेतन का नाम पता भी बताता है। अब शाहरुख ने अपने कुछ साथियों को इस साजिश में जोड़ा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इन्होंने 5 से 7 बार उसको रास्ते से हटाने का प्रयास किया था। पहला प्रयास 25 दिसंबर 2017 को हुआ।

जब चेतन झालावाड़ से वापस दिल्ली जा रहा था तो कुछ बदमाश उसी ट्रेन में जाकर बैठ गए। उन्होंने सोचा कि वे उसे ट्रेन से बाहर धक्का दे देंगे। उस समय सर्दी का मौसम था। सभी लोग मफलर लगाकर घूम रहे थे। इसी वजह से चेतन भी आंखों से ओझल हो गया और बच गया। दिल्ली तक जाकर भी बदमाश लौट आते हैं। इधर शाहरुख और इसके साथियों का काम जारी था।

  • मेडिकल नर्स संतोष की भूमिका :उधर प्रवीण ने एक और तरकीब सोची। इसका एक दोस्त था, संतोष निर्मल।यह आदमी मेडिकल फील्ड में था। यह एक राजकीय हीरा कुंवर महिला हॉस्पिटल और एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एज ए मेल नर्स काम कर चुका था और एक ऑर्थोपेडिक हॉस्पिटल के ऑपरेशन थिएटर में काम कर रहा था। संतोष और प्रवीण साथ में जिम करते हुए और क्रिकेट खेलते हुए मिले थे। तभी से दोनों में जान पहचान हो गई थी। दोस्ती हो गई थी। प्रवीण संतोष से कांटेक्ट करके केमिकल्स के बारे में जानकारी लेता है।

    संतोष
    संतोष

ऐसे केमिकल के बारे में बताओ जिससे इंसान का तुरंत खेल खत्म हो जाए और किसी मेडिकल रिपोर्ट में भी ना आए। संतोष ने कहा, “ठीक है, यह पता करके बताएगा।” प्रवीण भी बकायदा उसके बारे में रिसर्च करता है। इंजेक्शन लगाने का तरीका सीखना है। कैसे बोतल से कोई दवा इंजेक्शन में ली जाती है? किस तरह की टेक्निक्स का इस्तेमाल किया जाता है?

31 दिसंबर 2017 को संतोष 500 mg या 10 ईमेल की दो बॉटल्स ऑपरेशन थिएटर के स्टोर रूम से चुराकर प्रवीण को देता है। हम आपको इस दवा का नाम नहीं बता सकते, लेकिन इसका इस्तेमाल डॉक्टर्स अक्सर करते हैं। इसीलिए कोई भी डॉक्टर इस केमिकल के बारे में पता नहीं कर पा रहा था क्योंकि इसी केमिकल का उपयोग करके यह लोग छानबीन कर रहे थे। इसलिए किसी भी रिपोर्ट में इसका जिक्र नहीं करते थे।

नजरअंदाज कर देते थे। अब जब डॉक्टर खुद ही इसका उपयोग कर रहे हैं तो मेंशन करने की क्या जरूरत है? इसलिए चेतन के बारे में कुछ पता नहीं चल पा रहा था। कथित तौर पर प्रवीण ने संतोष से यह कहकर केमिकल मांगा था कि किसी पार्टी में उसका नशा करना है, पर यह कितना झूठ और सच है यह थोड़ी देर में आपको पता चल जाएगा। प्रवीण को पता चलता है कि 4 जनवरी 2018 को फिर चेतन झालावाड़ आने वाला है।

  • ट्रक से हत्या की कोशिश: इस बार प्रवीण ने झालावाड़ के नला मोहल्ला निवासी शाकिर से बात की जो ट्रक ड्राइवर था। इसको रुपये दिए। अब यह सड़क पर काम अंजाम देना चाहते थे ताकि यह कोई हादसा लगे। प्लान के तहत जैसी सोच थी, चेतन यहां पर आता भी है। यह जहां पर आने के बाद स्कूटी से कहीं जा रहा था, इसका ट्रक से पीछा किया जाता है। लेकिन सुकेत नामक जगह पर वह तेजी से स्कूटी चलाकर निकल गया। ट्रक पीछे ही रह जाता है। यह प्लान फेल हो गया।

अब फिर से अगले दिन 5 जनवरी का प्लान बनता है। इस दिन भी चेतन स्कूटी से निकलने वाला था। शाकिर, फरहान और प्रिंस, ये तीनों ट्रक से चेतन का पीछा करते हैं। वैसे फरहान और प्रिंस शाहरुख के ही साथी थे। ये लोग झिररिया घाटी स्थित हनुमान जी मंदिर के पास साजिश में कामयाब हो जाते हैं। चेतन स्कूटी से गिर जाता है। उसे काफी चोट आती है। लोगों की भीड़ वहां पर जमा हो जाती है। उसे हॉस्पिटल में एडमिट किया जाता है। खुशकिस्मती से वह ठीक था। चोट गहरी नहीं आई थी, लेकिन स्कूटी को काफी नुकसान हुआ था।https://manojkanwar.com/प्रवीण-का-घर-पर-आना/

 

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